جهان اسلام

इस बार आतंकवादियों का शिकारी मूसिल में प्रकट हुआ
नैनवा प्रांत के एक स्थानी सूत्र ने बताया है कि मूसिल का शिकारी नाम से प्रसिद्ध व्यक्ति शहर के चार महल्लों में प्रकट हुआ है, मूसिल में दाइश के विरुद्ध लोगों के विद्रोह के साथ ही इस व्यक्ति का प्रकट होना लोगों की तवज्जो का केन्द्र बन गया है।
आतंकी संगठन दाइश ने मूसिल से भागने से पहले नैनवा के राज्यपाल हाऊस को उड़ा दिया है।
हिज़्बुल्लाह अब भी इस्राईल के लिए सबसे बड़ा ख़तरा हैः यहूदी विश्लेषक
ज़योनी अख़बार के वरिष्ठ सुरक्षा विश्लेषक मआरयू ने हिज़्बुल्लाह की बढ़ती शक्ति के प्रति इस्राईल की चिताओं को बयान करते हुए कहा है कि हिज़्बुल्लाह अब एक सेना के रूप में बदल चुका है और यह इस्राईल के लिए सबसे बड़ा ख़तरा है।
दाइश का अगला ठिकाना सऊदी अरब है
इराक़ के प्रधानमंत्री हैदर अलएबादी ने सऊदियों को संबोधित करते हुए कहा है कि होशियार रहो दाइश का अगला लक्ष्य तुम ही हो।
दाइशी काफ़िर नहीं हैं
ट्यूनीशिया में अख़वानुल मुस्लेमीन के लीडर राशिद अलग़नूशी ने यह बताते हुए कि जो भी लाइलाहा इल्लललाह कहे उसको काफ़िर नहीं कहा जा सकता है कहाः दाइशियों को इस्लाम के बाहर नहीं कहा जा सकता है
मूसिल का आज़ादी अभियान शुरू, आतंकी ठिकानों पर इराक़ी सेना का भीषण हमला
इराक़ के एक रक्षा सूत्र ने बताया है कि इराकी और अमरीकी बलों ने मूसिल में मौजूद आतंकवादी संगठन दाइश के ठिकानों पर तोपों से भीषण गोलाबारी की है।
दाइशी ख़िलाफ़त का प्रतीक “दाबिक़” शहर दाइश के हाथों से निकल गया
सीरिया में सरकार विरोधियों से संबंधित ह्यूमन राइट्स वॉच ने बताया है कि सीरिया के उत्तर में स्थित दाबिक़ शहर जो आतंकवादी संगठन दाइश के लिए बहुत महत्वपूर्ण था उनको हाथों से निकल गया है।
आयतुल्लाह सीस्तानी के फ़तवे पर सुन्नी आलिम का कमेंट
आख़िर ऐसा क्या है कि जो शिया आपने मरजा के फ़तवे का इतना सम्मान करते हैं और उसके लिए उठ ख़ड़े होते हैं।
यूरोप की सबसे ऊँची चोटी पर हुसैनी परचम लहराया
ईरान के एक पर्वतारोही ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत के दिन यूरोप की सबसे ऊंची चोटी पर उनका परचम फहरा दिया।
इज़्ज़त से निकल जाओ नहीं तो हम मार कर निकालेंगेः मुक़दता सद्र
इराक़ के शिया लीडर और अलसद्र गुर्प के प्रमुख आयतुल्लाह मुक़तदा सद्र ने इराक़ में तुर्की फौज की मौजूदगी को देश की संप्रभुता और अखंडता के विरुद्ध बताते हुए तुर्की से अपनी सेना तुरंत वापस बुलाने का अनुरोध किया है।
मोहर्रम का चाँद दिखते ही करबला ने ओढ़ी काली चादर + तस्वीरी रिपोर्ट
करबला/ टीवी शिया मोहर्रम का चाँद दिखाई दिए जाने के साथ ही करबला शहर विशेषकर हरमैन शरीफ़ैन की तरफ़ जाने वाली सड़कों ने काली चादर ओढ़ ली है, और अज़ादारों ने इमाम हुसैन (अ.) एवं हज़रत अब्बास (अ.) को रौज़े पर अज़ादारी करके पैग़म्बरे इस्लाम (स.) को उनके लाल का
सऊदी अरब और अमरीका “दोस्ती” से “दुश्मनी” तक
अमरीका और सऊदी अरब के बीच स्ट्रैटेजिक संबंधों की बुनियाद 1945 में मलिक अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुर्रहमान और उस समय के अमरीकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट डाली गई थी जिसकी आज एक्पाएरी डेट का एलान किया गया है, क्योंकि अब अमरीका अब न तो सऊदी अरब की ज़रूरत नहीं रह गई है
लड़की का महेर बनी मोहम्मद व आले मोहम्मद पर सलवात!
मॉरिटानिया में लड़की के पिता ने शादी के लिए आए लड़के के सामने अपनी लड़की के महेर के तौर पर 1 लाख सलवात रखी हैं।
आतंकियों से घिरे दो शिया शहरों में अब तक सैंकड़ो शहीद!!!
यह दोनों शहर घिरे हुए हैं, रोज़ाना के प्रयोग की वस्तुओं की कमी है लेकिन फिर भी यहां के नौजवानों के हौसले बुलंद हैं और उत्तरीय सीरिया में केवल इन दो शहरों पर अभी भी इन शिया जवानों के हौसलों और "आले मोहम्मद" के पैरोकारों के कारण सीरिया का झंडा लहरा रहा है औ
जो हुसैन से मुहब्बत न करे वह इंसान नहीं: सिख लीडर
पाकिस्तान के शहर लाहौर में "इमाम हुसैन (अ.) और धर्मों के बीच शांति" सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न समुदायों के धर्मगुरु और धार्मिक अल्पसंख्यकों के लीडर समिलित हुए।
मिना त्रासदी, लगातार हार पर सऊदी अरब की प्रतिक्रिया थीः एक्सपर्ट
सऊदी अरब के मुफ़्ती ने ईरानी लोगों को काफ़िर और मजूसी बताया और मिना त्रासदी में मरने वाले हाजियों पर सऊदी अरब के कार्य को सही ठहराया
अमरीका ने सीरियन सेना पर हमला क्यों किया?
सीरिया के पूर्व में इस देश की सेना को कमज़ोर करना और सरकार को उसकी अर्थ व्यवस्था के मूल स्रोतों तक पहुँचने से रोकना ही अमरीकी सेना के सीरियन आर्मी पर हालिया हमलों का एक मक़सद है ताकि इस प्रकार आगे की शांति वार्ता में दमिश्क़ की भागीदारी को कमज़ोर किया जा
दाइश को सीरियन सैन्य ठिकानों पर अमरीकी हमले का पहले से पता था
सीरियन राष्ट्रपति की सलाहकार बसीना शाबान ने सेना द्वारा संघर्ष विराम का सम्मान किये जाने की बात कहते हुए कहाः सीरियन सैन्य ठिकानों पर अमरीकी हवाई हमले जानबूझ कर और आतंकवादी संगठन दाइश को फ़ायदा पहुँचाने के लिये किए गए थे।
शेख़ ज़कज़की की आज़ादी के लिये फिर प्रदर्शन + वीडियो
नाइजीरिया की सड़कों पर हर सप्ताह लोग शेख़ ज़कज़की के समर्थन और सरकारी जेल से उनकी हिराई के लिये उतर रहे हैं जिनको इस देश के दारिया शहर में सेना ने हमला करके घायल कर दिया था और घायल अवस्था में ही उनको गिरफ़्तार किया गया था।
आले सऊदी ने ख़ोलफ़ाए राशेदीन से भी अच्छा हज का प्रबंध कियाः वहाबी मुफ़्ती
हजियों की सुरक्षा और उनकी सेवा के लेहाज़ आले सऊद के प्रबंध वाला हज ख़ोलफ़ाए राशेदीन के ज़माने से अब तक का सबसे अभूतपूर्व हज रहा है। उन्होने कहाः ख़ोलफ़ाए राशेदीन के युग में हज के समय चोरी चकारी, लूटपाट, ग़रीबी, डकैती आदि का बोलबाला था।

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