आले सऊद ने ख़ोलफ़ाए राशेदीन से भी अच्छा हज का प्रबंध कियाः वहाबी मुफ़्ती

हजियों की सुरक्षा और उनकी सेवा के लेहाज़ आले सऊद के प्रबंध वाला हज ख़ोलफ़ाए राशेदीन के ज़माने से अब तक का सबसे अभूतपूर्व हज रहा है। उन्होने कहाः ख़ोलफ़ाए राशेदीन के युग में हज के समय चोरी चकारी, लूटपाट, ग़रीबी, डकैती आदि का बोलबाला था।

जहां एक तरफ़ सच्चाई और दस्तावेज़ यह दिखाते हैं कि पिछले साल का हज सऊदी अरब के इतिहास का सबसे अधिक रक्तरंजित हज था वही दूसरी तरफ़ सऊदी अरब के वहाबी मुफ़्ती अब्दुल अज़ीज़ बिन अब्दुल्लाह आले शेख़ अलतमीमी ने दावा किया है कि सऊदी अरब ने ख़ोलफ़ाए राशीद के ज़माने से अब तक इतिहास का सबसे अमन व अमान वाला हज आयोजित किया है।

टीवी शिया, सऊदी अरब के मुफ़्ती ने इस देश के वली अह्द से मुलाक़ात में कहाः हजियों की सुरक्षा और उनकी सेवा के लेहाज़ आले सऊद के प्रबंध वाला हज ख़ोलफ़ाए राशेदीन के ज़माने से अब तक का सबसे अभूतपूर्व हज रहा है।

उन्होने कहाः ख़ोलफ़ाए राशेदीन के युग में हज के समय चोरी चकारी, लूटपाट, ग़रीबी, डकैती आदि का बोलबाला था।

इस मुलाक़ात में वली अह्द मोहम्मद बिन लाएफ़ ने भी कहाः बादशाह द्वारा ख़ुद के ख़ादिमुल हरमैन कहना आले सऊद द्वारा हरमैन की सेवा के जज़्बे को दिखाता है।

सऊदी अरब के वहाबी और आले सऊद हज के प्रबंधन के बारे में एक दूसरे पीठ उस समय थपथपा रहे हैं जब कि हज के इतिहास का सबसे काला साल अभी पिछले साल की हज में ही गुज़रा है कि जब आले सऊद के कुप्रबंधन के कारण 7000 से अधिक हाजियों को मौत को गले लगाना पड़ा था।

और सऊदी अरब के स्वास्थ मंत्रालय की तरफ़ से जारी आंकड़ों के अनुसार 2016 के हज में भी 874 हाजियों की मौत हुई है।

इस साल मरने वाले हाजियों में 239 सऊदी नागरिक, 124, इंडोनेशियाई, 84 पकिस्तानी, 64 भारतीय, 51 मिस्री, 43 बंग्लादेशी, 31 नाईजीरियाई और बाक़ी दूसरे देशों के नागरिक हैं।

 

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