मस्जिद कूफ़ा की फ़ज़ीलत

पैग़म्बरे इस्लाम (स) जब मेराज पर जा रहे थे तो जिब्रईल ने उनसे कहाः हे अल्लाह के रसूल (स) क्या आप जानते हैं कि आप अभी कहां हैं? आप मस्जिदे कूफ़ा के पास हैं, आपने फ़रमायाः मेरे ख़ुदा से अनुमति लो

शेख़ अबू जाफ़र मोहम्मद बिन हसन तूसी अपनी किताब तहज़ीब में हारून बिन ख़ारेजा के माध्यम से इमाम सादिक़ (अ) से मस्जिदे कूफ़ा की फ़ज़ीलत के बारे में रिवायत करते हैं कि आपने फ़रमायाः

कोई भी नेक बंदा और कोई भी नबी नहीं है मगर यह कि उसने तुम्हारी मस्जिद (मस्जिदे कूफ़ा) में नमाज़ पढ़ी है, यहां तक कि पैग़म्बरे इस्लाम (स) जब मेराज पर जा रहे थे तो जिब्रईल ने उनके कहाः हे अल्लाह के रसूल (स) क्या आप जानते हैं कि आप अभी कहां हैं? आप मस्जिदे कूफ़ा के पास हैं, आपने फ़रमायाः मेरे ख़ुदा से अनुमति लो ताकि मैं उस मस्जिद में जाकर दो रकअन नमाज़ पढ़ सकूँ, ख़ुदा से अनुमति ली और ख़ुदा ने आपको नमाज़ पढ़ने की अनुमति दी।

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