17000 इस्राईलियों पर मंडरा रहा है मौत का ख़तरा

अतिग्रहित फ़िलिस्तीन के उत्तरी भाग में स्थित हैफ़ा शहर में अदालत के बाहर 4000 से ज़्यादा ज़ायोनियों ने प्रदर्शन कर इस शहर में मौजूद अमोनिया के भंडार को फ़ौरन ख़ाली करने की मांग की है।

अतिग्रहित फ़िलिस्तीन के उत्तरी भाग में स्थित हैफ़ा शहर में अदालत के बाहर 4000 से ज़्यादा ज़ायोनियों ने प्रदर्शन कर इस शहर में मौजूद अमोनिया के भंडार को फ़ौरन ख़ाली करने की मांग की है।

क़ुद्सना न्यूज़ के अनुसार, सोमवार को प्रदर्शन में शामिल ज़ायोनियों ने ऐसी हालत में अदालत के परिसर में दाख़िल होकर अमोनिया के भंडार को तुरंत ख़ाली करने की मांग की कि इस अदालत में इसे ख़ाली करने के विषय की समीक्षा हो रही है।

हैफ़ा अदालत के अधिकारियों ने कहा कि अमोनिया गैस को तुरंत ख़ाली करने के विषय की समीक्षा के लिए अगले 3 दिन में सत्र आयोजित करेगी।

इससे पहले ‘येश आतीद’ दल के प्रमुख यईर लपीद ने “हैफ़ा में अमोनिया के भंडार से ख़तरा” नामक बैठक में, जिसमें ज़ायोनी सांसद और पर्यावरण विशेषज्ञ भी मौजूद थे, कहा कि इस बात का अनुमान है कि हैफ़ा पर मीज़ाईल हमले या तकनीकी ख़राबी से अगर अमोनिया का भंडार फट गया तो 17000 इस्राईली मारे जाएंगे।

हैफ़ा में 12000 टन अमोनिया गैस का भंडार मौजूद है जो ज़हरीला पदार्थ है।

ग़ौरतलब है कि सोमवार को हैफ़ा में अदालत के बाहर ज़ायोनियों ने अमोनिया गैस के भंडार को ख़ाली करने की मांग को लेकर ऐसी हालत में प्रदर्शन किया कि 16 फ़रवरी को लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के के महासचिव सैय्यद हसन नसरुल्लाह ने चेतावनी दी है, “अगर इस्रईल ने जंग थोपी तो डिमोना न्यूक्लिएर रिएक्टर और अमोनिया टैंक को निशाना बनाएंगे।”

जबसे हसन नसरुल्लाह ने यह चेतावनी दी है उस समय से ज़ायोनी शासन में हड़कंप मच गया है।

 

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