हम क्यों नहीं जानते क़यामत कब आएगी?

कितने आश्चर्य की बात है कि इन्सान को अपनी मौत की ख़बर नहीं है इसके बावजूद वह इतनी बुराईया, झूठ, चोरी अत्याचार, रिश्वतख़ोरी आदि करता है तो अगर उसको पता चल जाता कि उसकी मौत कब आएगी जैसे अगर उसको मालूम होता की अभी 20 साल वह और जीवित रहेगा तो क्या नहीं करता!

 

सकीना बानो अलवी

आज बहुत से लोग यह प्रश्न करते हैं कि आख़िर क्या कारण है कि बहुत की चीज़ों का फ़लसफ़ा हमको मालूम नहीं है, आख़िर यह क्यों नहीं बताया गया है कि क़यामत कब आएगी? उसका समय क्या है?

इस प्रश्न का आसान सा उत्तर यह है कि अगर लोगों को यह पता होता कि क़यामत कब आएगी तो वह बेख़बर और ग़ाफ़िल हो जाते, लेकिन अगर लोगों को यह पता न हो कि क़यामत कब आएगी तो वह ग़ाफ़िल नहीं होगें, बल्कि सदैव होशियार रहेंगे, जिस प्रकार किसी को भी यह पता नहीं है कि उसकी मौत कब आएगी, किसी दिन वह मरेगा? और मौत के समय के पता न होना इन्सान को ग़ाफ़िल नहीं होने देता है, बल्कि सव सदैव मौत के लिये तैयार रहता है।

प्रिय पाठकों: मौत बोल कर नहीं आती है, बल्कि अचानक हमारे सामने आ खड़ी होती है, जिसके बाद कोई भी उससे बचकर नहीं भाग सकता है, आजकल दुनिया मे दिल के दौरे एक्सीडेंट बढ़ रहे हैं और यह केवल मरीज़ों को नहीं होते हैं बल्कि एक सेहतमंद और स्वस्थ व्यक्ति को भी दिल का दौरा पड़ जाता है, जो लोग किसी जवान की मौत पर यह कहते हैं कि अरे अभी तो उसके मरने की आयु नहीं थी वास्तव में वह अपने आप को धोखा दे रहे हैं कौन कितने साल जीवित रहेगा यह किसी को पता नहीं है और यह बता रहा है कि मौत कभी भी बता कर नहीं आती है इसलिये इन्सान को हर समय मौत के लिये तैयार रहना चाहिए, और क़यामत में क्या लेकर जाएगा इसका हिसाब रखना चाहिए।  

कितने आश्चर्य की बात है कि इन्सान को अपनी मौत की ख़बर नहीं है इसके बावजूद वह इतनी बुराईया, झूठ, चोरी अत्याचार, रिश्वतख़ोरी आदि करता है तो अगर उसको पता चल जाता कि उसकी मौत कब आएगी जैसे अगर उसको मालूम होता की अभी 20 साल वह और जीवित रहेगा तो क्या नहीं करता!

इसलिये की हम धोखा न खा जाए हमको अपना नाम ए आमाल देखते रहना चाहिए और जितनी जल्दी संभव हो अपनी गुनाहों से तौबा करनी चाहिए और जितना हो सके अपने कंधों पर से गुनाहों को बोझ को कम करना चाहिए।

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